क्या टूटेगा शिवसेना बीजेपी का गठबंधन?
महाराष्ट्र में शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के बीच पिछले कुछ सालों से सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है लेकिन अब ऐसा लग रहा है की दोनो पार्टियों के अलग होने में महज़ ओपचारिकता ही रह गयी है. जानकारी के मुताबिक़ भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तरफ़ से पूरी तैयारी कर ली है और वो शिवसेना से अपना गठबंधन तोड़ने के लिए. और जल्द ही इसकी घोषणा कर दी जाएगी.
नारायण राणे की बीजेपी में होगी एंट्री
कई दिनो से अपनी से पार्टी से नाराज़ चल रहे कोंग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण राणे की अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी में एंट्री हो सकती है. वैसे तो देवेंद्र फड़नवीस राणे को पार्टी में शामिल करने के लिए काफ़ी वक़्त से तैयार थे लेकिन हाई कमान के फ़ैसले का इंतज़ार था वहीं अब अमित शाह की तरफ़ से फड़नवीस को हरी झंडी दे दी गयी है. राणे को मिली हरी झंडी मिली है वो इस बात से पता लगाया जा सकता है क्यूँकि आज देवेंद्र फड़नवीस ख़ुद नारायण राणे के घर गणपति के दर्शन के लिए गए थे.
राणे के बीजेपी में शामिल होने से शिवसेना को है ऐतराज़
नारायण राणे ने अपने राजनीतिक सफ़र की शुरुआत शिवसेना के साथ किया था. लेकिन कुछ सालों के बाद राणे ने शिवसेना को छोड़कर कोंग्रेस में शामिल होगये थे. जिसके बाद से ही शिवसेना और राणे के बीच बड़ी दरार आयी हुई है. और राणे भी शिवसेना और बीजेपी के अलग होने का एक करण भी है.
बीमसी से लेकर मीरा भायंदर चुनाव तक हुई तकरार
बीमसी चुनाव के दौरान ही यह नज़र आने लग गया था की शिवसेना और बीजेपी के आने वाले पाँच साल टकराव भरे रहेंगे . हालाँकि दोनो पार्टियों के बीच काफ़ी काम सीटों का अंतर था लेकिन बीजेपी ने शिवसेना को बिना किसी शर्त के समर्थन देने का फ़ैसला लेते हुए समर्थन दे दिया था. उसके बावजूद भी दोनो पार्टियों में अनबन चलती रही है वहीं बाचिकूचि कसर मीरा भायंदर चुनाव में शिवसेना को मिली हार ने पूरा कर दिया. हार के बाद शिवसेना ने बीजेपी पर पैसे और जैन समुदाय की मिलीभगत का आरोप लगाया है.
बीजेपी की एनसीपी से बढ़ती नज़दीकियाँ
शरद पवार महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव के फ़ैसलों के बाद ही यह ऐलान कर दिया था की वो बिना शर्त बीजेपी को समर्थन करने के लिए तैयार है. वहीं अब यह जानकारी भी सामने आरही है कि बीजेपी एनसीपी के समर्थन के साथ महाराष्ट्र की सरकार आने वाले दो सालों तक चला सकती है.